Bihar Board 12th Physics Top 10 Vvi Subjective Question 2025
हेलो दोस्तों स्वागत है मेरे एक और नए आर्टिकल तो इस आर्टिकल के माध्यम से हम आप लोगों को बिहार बोर्ड क्लास 12वीं का फिजिक्स का टॉप 10 सब्जेक्टिव प्रश्न दिया गया है अगर आप इस 10 टॉप सब्जेक्टिव प्रश्न को याद कर लेते हैं तो निश्चित तौर पर ही आपके बोर्ड परीक्षा में यहां से प्रश्न लड़ने की संभावना है इसलिए आप लोग इस आर्टिकल में बताए गए सभी 10 फिजिक्स का सब्जेक्टिव प्रश्न याद कर लीजिए यह प्रश्न आपके बोर्ड परीक्षा में 2025 में आने की पूरी संभावना है
1.आवर्धन एवं आवर्धन क्षमता में क्या अन्तर है ?
उत्तर – आवर्धन एवं आवर्धन क्षमता में निम्नलिखित अंतर है –
आवर्धन | आवर्धन क्षमता |
(i) यह प्रतिबिम्ब और वस्तु के आकार का अनुपात है। (ii) प्रतिबिम्ब की दूरी बढ़ाने पर इसका मान बढ़ता है। | (ⅰ) यह आँख के द्वारा बनाए गए कोण तथा वस्तु द्वारा आँख पर बनाए गए कोण का अनुपात है। (ii) प्रतिबिम्ब की दूरी बढ़ाने पर इसका मान घटता है। |
2. क्या होता है जब p-n संधि पर अग्रदिशिक बायस अनुप्रयुक्त किया जाता है?
उत्तर – जब p-n जंक्शन का p-टाइप धनात्मक तथा n-टाइन ऋणात्मक टर्मिनल से जोड़ा जाता है तो इसे अग्रअभिनत कहते हैं। इस क्रिया में होल धनात्मक सिरा द्वारा विकर्षित किया जाता है तो दूसरी ओर ऋणात्मक सिरा द्वारा इलेक्ट्रॉनों को विकर्षित किया जाता है। इसका परिणाम यह होता है कि वर्जित विभव क्षेत्र में इलेक्ट्रॉन और होल दोनों प्रवेश करते हैं जिससे वाधक विष्भव का परत घटने लगती है और एक विद्युत धारा का निर्माण होने लगता है।
3. n-टाइप एवं p-टाइप अर्द्धचालक में क्या अंतर हैं?
उत्तर – n-टाइप एवं p-टाइप अर्द्धचालक में निम्नलिखित अंतर है –
n-टाइप के अर्द्धचालक | p-टाइप के अर्द्धचालक |
(i) यह शुद्ध या नैज अर्द्धचालक में पाँच संयोजकता वाले परमाणुओं (जैसे Sb. As. P आदि) की अशुद्धि मिलाने से बनता है। (ii) इसमें बहुसंख्यक आवेश वाहक इलेक्ट्रॉन होते हैं। (iii) इसमें अल्पसंख्यक आवेश वाहक होल होते हैं। (iv) इसमें इलेक्ट्रॉन का संख्या घनत्व होल के संख्या घनत्व से बहुत अधिक होता है। | (i) यह शुद्ध या नैज अर्द्धचालक में तीन संयोजकता वाले परमाणुओं (जैसे AI, B, In आदि) की अशुद्धि मिलाने से बनता है। (ii) इसमें अल्पसंख्यक आवेश वाहक इलेक्ट्रॉन होते हैं। (iii) इसमें बहुसंख्यक आवेश वाहक होल होते हैं। (iv) इसमें होल का संख्या घनत्व इलेक्ट्रॉन के संख्या घनत्व से बहुत अधिक होता है। |
4. NAND-द्वारक को समझाएँ।
उत्तर – NOT गेट तथा AND गेट का संयोग NOT-AND परिपथ की तरह काम करता है। इन दोनों का संयोग ही NAND गेट कहलाता है। इसे AND गेट के output में NOT गेट को जोड़कर बनाया जाता है। इसकी क्रिया AND गेट के ठीक विपरीत या पूरक complimentary है। इस गेट में A या B या दोनों के शून्य होने पर Output 1 होता है। परंतु A और B दोनों के 1 होने पर Output शून्य (0) होता है।
5. n -प्रकार के अर्द्धचालक को समझाएँ।
उत्तर – आंतरिक अर्द्धचालक में पंच संयोजी अशुद्धि मिलाने पर वह n-प्रकार के अर्द्धचालक में परिवर्तित हो जाता है। -प्रकार के अर्द्धचालक में इलेक्ट्रॉन अधिक पाए जाते हैं मतलब इसमें इलेक्ट्रॉन की मात्रा होल से अधिक होती है।
Bihar Board 12th Physics Top 10 Vvi Subjective Question 2025 – Full Overview
Name Of The Aartical | Bihar Board 12th Physics Top 10 Vvi Subjective Question 2025 |
Name Of The Board | Bihar School Examination Board Patna |
Class | 12th |
Subject | Physics |
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6. अर्द्धचालक से आप क्या समझते हैं?
उत्तर – ऐसे पदार्थ जो ना ही तो अच्छे चालक होते हैं और न ही अच्छे कुचालकं, मतलब जिनका प्रतिरोध चालक से ज्यादा होता है और कुचालक से कम होता है, ऐसे पदार्थों को अर्द्धचालक कहा जाता है। कुछ धातु जिनका प्रतिरोध बहुत ज्यादा होता है जैसे कि कार्बन, सिलिकॉन और जर्मेनियम इनमें कुछ दूसरे पदार्थों की मात्रा मिला दी जाती है जिससे कि यह अर्द्धचालक के रूप में काम करने लगते हैं और इन्हें अर्द्धचालक के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।
7. नाभिक से a. ẞ कण के उत्सर्जन से तत्त्व के परमाणु की स्थिति आवर्त तालिका में कैसे बदलती है? लिखें।
उत्तर – a-कण के उत्सर्जन से तत्व का स्थान आवर्त सारणी में दो स्थान पीछे चला जाता है तथा ẞ-कण के उत्सर्जन से किसी तत्व का स्थान आवर्त सारणी में एक स्थान आगे चला जाता है।
8. नाभिकीय रिएक्टर में मंदक, शीतलक व नियंत्रक छड़ के उपयोग बताइए।
उत्तर – मंदक : तीव्रगामी न्यूट्रॉन्स को धीमा करने के लिए मन्दक का प्रयोग किया जाता है। ग्रेफाइट और भारी जल।
नियंत्रक पदार्थ : श्रृंखला अभिक्रिया को नियंत्रित करने तथा अभिक्रिया की एक स्थाई दर बनाये रखने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है। कैडमियम छड़ें।शीतलक : शीतलक एक ठण्डा करने वाला पदार्थ है तो रिएक्टर में उत्पन्न ऊष्मा को घटाता है। CO₂ और नाइट्रोजन ।
9. फ्लेमिंग के बायें हाथ का नियम लिखें |
उत्तर – बाएँ हाथ की तीन अँगुलियों मध्यमा, तर्जनी और अंगूठा को परस्पर लंबवत् इस प्रकार फैलाया जाए कि तर्जनी चुंबकीय क्षेत्र की दिशा और मध्यमा विद्युत धारा की दिशा को संकेत करती है तो अंगूठा कुंडली पर लगनेवाले (वेग) बल को निर्देशित करेगी। इसे ही फ्लेमिंग के बाएँ हाथ का नियम कहते हैं।
10. थामसन या सीबेक प्रभाव को लिखें तथा समझाइए।
उत्तर – थॉमसन प्रभाव यदि किसी तार के छोरों पर तापों को नियत रखकर तार के बीच वाले भाग के ताप को बढ़ाया जाता है और साथ-ही-साथ तार से होकर विद्युत धारा प्रवाहित की जाती है तो तार का पहला आधा भाग ठंढा और दूसरा आधा भाग गर्म हो जाता है। तार में धारा की दिशा बदल देने पर गर्म और ठंडे भाग भी आपस में बदल जाते हैं। इस प्रभाव को थॉमसन प्रभाव कहा जाता है
सीवेक प्रभाव : यदि दो धातुओं के तारों को जोड़कर एक बंद विद्युत परिपथ बनाया जाए तथा इसके एक संधि को गर्म एवं दूसरे संधि को ठंडा किया जाए तो इस परिपथ में एक विद्युत धारा प्रवाहित होने लगती है। इस प्रभाव को सीबेक प्रभाव कहते हैं। तथा इस व्यवस्था को ताप वैद्युत युग्म कहते हैं। यदि ताप वैद्युत युग्म Cu-Fe से घना हो तो गर्म संधि पर धारा Copper से Iron की ओर प्रवाहित होती है।
निष्कर्ष –
तो दोस्तों इस आर्टिकल में मैं क्लास 12वीं का फिजिक्स का टॉप 10 सब्जेक्टिव प्रश्न को दे दिया है आशा करते हैं कि आप लोगों को यह आर्टिकल काफी पसंद आया होगा क्योंकि इस आर्टिकल से क्लास 12वीं का बिहार बोर्ड परीक्षा 2025 में यहां से प्रश्न आ सकता है इसलिए आप लोगों से निवेदन है कि आप लोग इसे बढ़िया से याद कर लीजिए और आप 2025 बोर्ड परीक्षा की तैयारी करते हैं तो आप हमारे व्हाट्सएप ग्रुप और टेलीग्राम को ज्वाइन कर सकते हैं जिसका लिंक ऊपर दे दिया गया है